पंचपरगानिया मसीही गीत

  • केउ जदि पाप करी..

  • जक्कई छिलो भ्रष्टाचारी..

  • अनन्त जीवन पावाय कोथा...

  • पौलुस केर सत्य वानी...

  • स्त्री आलक तखन आपन माया..

  • अनेक रकम दोस देखा..

  • सरग लोके गुड़ काथा....

  • सुनो मुख्य धनी करे अभिमानी...

  • परभु ईसुु जाय घुरे...

  • मरियम मगदली दुइयो झने रबिबार बिहाने...

  • नाना प्रकारेक पापी जने...

  • प्रभु ईसु जाय घुरे...

  • अंगुर बारी मालिक साझा रोपे...

  • देखे छिलेन सर्ब झन...

  • सम्राट अगस्तुस केर समराइजे...

  • चेइढ़ कहन लाउका उपरे...

  • आधा राइते संगी आय...